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Sri Lanka economic crisis

श्रीलंका का economic crisis तेजी से बढ़ रहा है

यह श्रीलंका के हिस्ट्री में सबसे खराब economic crisis है। जिससे फूड मेडिसिन और फ्यूल import करने के लिए श्रीलंका को currency devalue करना पर रहा है।

श्रीलंका की economy me tourism का बड़ा रोल है।और COVID
के बाद इंटरनेशनल टूरिज्म न के बराबर हुई। जिससे फॉरेन exchange earning sector पे असर पड़ा।


श्रीलंका में इकोनॉमी crisis आने के पीछे कही न कही गवर्मेंट का mismanagement भी है। पिछले कुछ दशक में श्रीलंका ने इंटरनेशनल मार्केट से लोन के रूप पे बहुत सारे पैसा लिया और अब उसके repayment के लिए श्रीलंका के पास पैसों की कमी पर गई।

श्रीलंका को इस साल 7 billion डालर फॉरेन debt का repayment करना है।और फॉरेन रिजर्व 2.31 billion डालर ही है।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले श्रीलंका रुपया 265 तक गिर गया है।फरवरी के अंत में (consumer price) inflation 16.8% था।

राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कहा कि देश क्राइसिस से बाहर निकलने के लिए इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के साथ मिलकर काम करेगा.

श्रीलंका के इस क्राइसिस में इंडियन गवर्नमेंट ने भी श्रीलंका की मदद की है। January 2022 से इण्डिया ने कुल अब तक 2.4 billion dollar की सहायता दी है। जिसमें 400 मिलियन डॉलर कि RBI करेंसी स्वैप 500 मिलियन डॉलर का लोन और फूड मेडिसिन और फ्यूल के इंपोर्ट के लिए क्रेडिट लाइन भी शामिल है। इसमें से वन billion डालर की क्रेडिट लाइन को पिछले सप्ताह वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे की नई दिल्ली यात्रा के दौरान दिया गया था। इंडियन फॉरेन मिनिस्टर एस जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा था पड़ोस पहले “भारत श्रीलंका के साथ खड़ा है”

आपको क्या लगता है IMF और इंडिया के हेल्प से श्रीलंका के स्थिति में सुधार आएगी?



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By- STG Reports


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